नेपाल एक बहुभाषी राष्ट्र हो । यहाँ १ सय २३ भाषा बोलिन्छन् भन्ने पुरानो तथ्य छ । तर गतवर्ष भाषा आयोगले थप ८ वटा भाषाहरूको पहिचान दिदै जम्मा १ सय ३१ वटा भाषाहरू बोलिने तथ्य सार्वजनिक गरेको छ । तैपनि अझ थुप्रै भाषाहरू पहिचानमा नआएको कुरा भाषाविद्हरू बताउँछन् । नेपालको भौगोलिक एकीकरण भएपछि एक जाति एक भाषाको अवधारणा विकास भएसँगै नेपालका विभिन्न भाषाहरू लोप हुन थालेको पाइन्छ । कतिपय भाषाहरू लोप भैसके भने बाँकी धेरैजसो भाषाहरू पनि लोप हुने अवस्थामा छन् ।
भाषा राष्ट्रको बहुमूल्य गहना हो । त्यसैले हरेक भाषाको संरक्षण गर्नु राज्यको कर्तव्य हो । साथै हरेक समुदायले आफ्नो भाषा संरक्षण र संवर्द्धन गर्नु अपरिहार्य रहन्छ । वि.सं. २०४६ सालसम्म राज्य व्यवस्थाले नै भाषा उत्थान र भाषिक संरक्षणको क्रियाकलापलाई कुनै न कुनै तवरबाट रोक लगाएको पाइन्छ । तर नेपालमा गणतान्त्रिक राज्य व्यवस्थाको सुरुवात भएसँगै सबै जातिले आ-आफ्नै भाषाको संरक्षणसम्बन्धी क्रियाकलाप गर्न पाउन् व्यवस्था छ ।
यसै सिलसिलामा पुमा भाषाको उत्थान, संरक्षण र सम्वर्द्धनका लागि पनि पुमा समुदायले विभिन्न क्रियाकलाप तथा कार्यक्रमहरू गर्दै आइरहेको छ । पुमा समुदायको बाहुल्यता रहेका क्षेत्रहरूमा पुमा भाषाको पुस्तक ऐच्छिक विषयको रूपमा पठनपाठन गराउने कार्यक्रम समेत अगाडि बढाएको देिखन्छ । यसै सन्दर्भमा पुमा समुदायले पुमा भाषाको गन्तीलाई समेत पुनर्निर्माण गर्दै सार्वजनिक प्रयोगमा ल्याएको छ । विभिन्न भाषाविद् तथा भाषाशास्त्रीहरूको सल्लाह र सुझाबलाई अनुसरण गर्दै पुमा समुदायले वैज्ञानिक तवरबाट आफ्नो गन्ती तालिका सार्वजनिक गरेको छ । सो गन्ती तालिका यसप्रकारको रहेको छ-
पुमा भाषामा गन्ती तालिका
अङ्क | शब्दमा | अङ्क | शब्दमा | अङ्क | शब्दमा | अङ्क | शब्दमा |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | अक् | 2 | अस | 3 | सुम् | 4 | चुक् |
5 | छित् | 6 | छेत् | 7 | सेत् | 8 | रेत् |
9 | लेत् | 10 | झुप् | 11 | झुप्अक् | 12 | झुप्अस |
13 | झुप्सुम् | 14 | झुप्चुक् | 15 | झुप्छित् | 16 | झुप्छेत् |
17 | झुप्सेत् | 18 | झुप्रेत् | 19 | झुप्लेत् | 20 | लुप् |
21 | लुप्अक् | 22 | लुप्अस | 23 | लुप्सुम् | 24 | लुप्चुक् |
25 | लुप्छित् | 26 | लुप्छेत् | 27 | लुप्सेत् | 28 | लुप्रेत् |
29 | लुप्लेत् | 30 | सुप् | 31 | सुप्अक् | 32 | सुप्अस |
33 | सुप्सुम् | 34 | सुप्चुक् | 35 | सुप्छित् | 36 | सुप्छेत् |
37 | सुप्सेत् | 38 | सुप्रेत् | 39 | सुप्लेत् | 40 | चुप् |
41 | चुप्अक् | 42 | चुप्अस | 43 | चुप्सुम् | 44 | चुप्चुक् |
45 | चुप्छित् | 46 | चुप्छेत् | 47 | चुप्सेत् | 48 | चुप्रेत् |
49 | चुप्लेत् | 50 | छिप् | 51 | छिप्अक् | 52 | छिप्अस |
53 | छिप्सुम् | 54 | छिप्चुक् | 55 | छिप्छित् | 56 | छिप्छेत् |
57 | छिप्सेत् | 58 | छिप्रेत् | 59 | छिप्लेत् | 60 | छेप् |
61 | छेप्अक् | 62 | छेप्अस | 63 | छेप्सुम् | 64 | छेप्चुक् |
65 | छेप्छित् | 66 | छेप्छेत् | 67 | छेप्सेत् | 68 | छेप्रेत् |
69 | छेप्लेत् | 70 | सेप् | 71 | सेप्अक् | 72 | सेप्अस |
73 | सेप्सुम् | 74 | सेप्चुक् | 75 | सेप्छित् | 76 | सेप्छेत् |
77 | सेप्सेत् | 78 | सेप्रेत् | 79 | सेप्लेत् | 80 | रेप् |
81 | रेप्अक् | 82 | रेप्अस | 83 | रेप्सुम् | 84 | रेप्चुक् |
85 | रेप्छित् | 86 | रेप्छेत् | 87 | रेप्सेत् | 88 | रेप्रेत् |
89 | रेप्लेत् | 90 | लेप् | 91 | लेप्अक् | 92 | लेप्अस |
93 | लेप्सुम् | 94 | लेप्चुक् | 95 | लेप्छित् | 96 | लेप्छेत् |
97 | लेप्सेत् | 98 | लेप्रेत् | 99 | लेप्लेत् | 100 | हुप् |
भोङ् - हजार, डुङ् - लाख, पाङ् - करोड, राङ् - अर्ब, फोङ् - खर्ब |